वाह!! मज़ा आ गया सभी ख़त पढ़ कर। सभी को बहुत बहुत बधाई। विशेष बधाई के पात्र हैं प्रियतम जिनकी प्रियतमा के नाम पाती कुछ ज्यादा ही मनभावन है।
और आराधना, जिनके पत्र की शुरुआत “सादर चरण स्पर्श” इक ऐसी मुस्कान लायी मेरे चेहरे पर कि बस पूछिये मत! :):) और बाकि का ख़त भी बहुत सारी अनकही भावनाओं से ओत प्रोत है।
एक बार फिर से सभी को बहुत बहुत बधाई।।
भावविभोर कर दिया सभी ने
शुक्रिया
एक से बढ़कर एक.. सभी को बधाई।
शुक्रिया
वाह!! मज़ा आ गया सभी ख़त पढ़ कर। सभी को बहुत बहुत बधाई। विशेष बधाई के पात्र हैं प्रियतम जिनकी प्रियतमा के नाम पाती कुछ ज्यादा ही मनभावन है।
और आराधना, जिनके पत्र की शुरुआत “सादर चरण स्पर्श” इक ऐसी मुस्कान लायी मेरे चेहरे पर कि बस पूछिये मत! :):) और बाकि का ख़त भी बहुत सारी अनकही भावनाओं से ओत प्रोत है।
एक बार फिर से सभी को बहुत बहुत बधाई।।
बचपन में पुराने खतों पर हमेशा यही “सादर चरण स्पर्श” पढ़ा है. अब जब भी कभी खत लिखना होता है तब यही दिमाग में आता है. धन्यवाद
बहुत बढ़िया।।
धन्यवाद
मज़ा आ गया!! एक से बड़कर एक निकले यह ख़त तो!
कितनी सुंदर भावव्यक्ति!! सभी लेखकों को सलाम!
धन्यवाद