ज़किया मेरी दोस्त..

लेखक : जॉय बनर्जी  वो मुझे चिढ़ाने के लिए “जूड़ी जो जो” बुलाती, और मैं “ज़क्कू चुटिया”। क्लास थर्ड में रहा हूँगा, पापाजी का ट्रांसफर चंदौसी हुआ था। हमारे पड़ोसी थे खान अंकल। उनकी दो बेटियां-ज़किया और सुबीता, उस शहर में मेरी सबसे पहली दोस्त। उनके दो बड़े भाई आमिर और नासिर भाई, मेरे भी। …

#Kahani250 March 11: Winners

#Kahani250 | विषय : मिठाई   प्रथम स्थान   Anjana Tandon | T: @anjafi नयी माँ बनी वो सूखी सी मिठाई खाती झरझर तृप्त हो देखती झूले में पहली संतान की नन्ही पायल नरम पाँव की सतरंगी दुनिया अगली बार नवजात बेटे को ले घर में घुसते सिसक झाँक लेती है घने बबूल को जिसकी जड़ में…

Rukaa Hua Saawan : Shraddha Upadhyay

रुका हुआ सावन लेखिका : श्रद्धा उपाध्याय जब सुनिधि सीएसटी स्टेशन पहुँची तो ट्रेन प्लेटफ़ॉर्म पर लग चुकी थी। उसने ट्रेन का नंबर 11057 सुनिश्चित किया और फिर अपना सामान लेकर वह बी 2 में चढ़ गई। बाहर हल्की बारिश हो रही थी। सुनिधि गेट पर खड़ी हो गई और उस शहर को देखने लगी।…

Review : Nayantara’s Necklace : Anamika Purohit

फ़िल्म: नयनताराज़ नेक्लस लेखक: अपर्णा चतुर्वेदी, अंकुर खन्ना, जयदीप सरकार  निर्देशक: जयदीप सरकार मुख्य कलाकार: कोंकोना सेन शर्मा (नयनतारा); तिल्लोतमा शोम (अलका); गुलशन देवैयाह (गिरीश) भारत में मध्यमवर्गीय जीवन का अपना ही रूप होता है – उच्च-वर्गीय अभिलाषाएँ किंतु ग़रीबी रेखा से नीचे उतरने का चिरस्थायी भय। जयदीप सरकार की “नयनताराज़ नेक्लस” मध्यम वर्ग की…

लघु कथा संकलन : जुलाई 2017

अगली दो कहानियाँ शब्द सीमा से ऊपर होने के कारण चयन प्रक्रिया से बाहर हैं लेकिन आइये कहानी सुहानी पर इन नए मेहमानों की कहानियों का भी आनंद उठा लें ..      

Review : Aamad : Anamika Purohit

फ़िल्म: आमद लेखक और निर्देशक: नीरज उधवानी मुख्य कलाकार: साक़िब सलीम, आरिफ़ जक़ारिया, अबीर पंडित, चारु रोहतगी बात पुरुषत्व की चली तो किसी ने नीरज उधवानी की “आमद” देखने का सुझाव दिया। नृत्य-कला की पृष्ठभूमि पर रची यह कहानी अत्यंत सम्वेदनशीलता से पिता-पुत्र के नाज़ुक रिश्ते को प्रस्तुत करती है।  कहानी का मूल संघर्ष नृत्य-कला…

Best Of Swalekh : Aashiyana

स्वलेख : जुलाई 16, 2017 मार्गदर्शक : कोशिश ग़ज़ल विषय : आशियाना  चयनित रचनाएं 1. Joy Banerji @JoyBanny19 मतला मावरा की छत को थामे  मिसरे की दीवारें  काफ़िये की खिड़की पे  रदीफ़ के पर्दे नज़्मों, ग़ज़लों के  गलीचे, मक़्ते की सांकल  और  तरन्नुम के कंगूरे, कुछ ऐसा आशियाँ  सोचा है  तुम्हारे लिए  2. Nilabh @nilabh79…

Best Of Swalekh : Baarish

स्वलेख : जुलाई 9, 2017 मार्गदर्शक : अनुराधा शर्मा  विषय : बारिश चयनित रचनाएं 1. Jagrati Mishra @Jagrati_mishra छत की कोरों से टपकते ठंडे, अनछुए पानी की बूँदों से भीगे आधे-अधूरे पाँव.. रात के दूसरे पहर में बजती आहत-अनहद ध्वनियों से ठिठकती हृदय गति.. तड़कती, चमकती बिजली के बिखरे अस्तित्व से कंपकंपाते पत्ते.. और, हवाओं…

Best Of Swalekh : Os

स्वलेख : जुलाई 2, 2017 मार्गदर्शक : अर्चना अग्रवाल विषय : ओस   चयनित रचनाएं 1 Arun Kumar Srivastava @sudharun49 संसार का चित्रण  करने का सामर्थ्य है मुझमे, कसीदे लिख सकता हूँ मैं तुमपे, पर.. मेरी प्रतिभा अभिशप्त है. मैं चाह कर भी खुद को तुम पर  व्यक्त नहीं कर पाता, लेकिन अनेकों बार अभिव्यक्त…

Best Of Swalekh : Gunaah

स्वलेख : जून 26, 2017 मार्गदर्शक : कोशिश ग़ज़ल  विषय : गुनाह  चयनित रचनाएं 1   Preet Kamal @BeyondLove_Iam रोज़ सूरज का निगल जाना अँधेरे को नारंगी शाम का लपेट लेना सवेरे को नदियों का पर्वतों के गर्भ से निडर निकल आना और फिर अथाह समुद्र में बेधड़क मिल जाना फूलों का हर मौसम मुस्कुराना…

Best Of Swalekh : Papa

स्वलेख : जून 18, 2017 मार्गदर्शक : अर्चना अग्रवाल विषय : पापा  चयनित रचनाएं द्वारा : उज्जवल, योगेश, नितीश, डॉ. रेणु, अनुराधा  {मैं, अर्चना अग्रवाल, इस स्वलेख की संचालिका होने के नाते आप सभी को बधाई देना चाहती हूँ कि रचनात्मक  स्तर उत्तरोत्तर  प्रगतिशील है  परंतु इसके साथ ही कुछ बिन्दुओं पर  विशेष ध्यान देना…

In conversation with : Shishir Somwanshi

वानिकी वैज्ञानिक और प्रेम पर कविताएँ, यही परिचय है शिशिर सोमवंशी का। सरल-सहज-सरस लेखनी के धनी, शिशिर, जिनकी हर कविता हृदय को स्पर्श करती है। अति व्यस्तता के बाद भी कोई लेखन में अग्रसर रहे तो यह उसके लेखन में अधिकतम रुचि को दर्शाता है और यही मोह उनके लेखन में प्रत्यक्ष झलकता भी है।…