Blog Of the Month : Fatima Kolyari

Zikr Aur Fikr नशा तेरी यादों से आता है या तेरे ज़िक्र से.. फासले है फिर भी दिल बैचेन है तेरी फ़िक्र से.. जुबां का ज़ायका बदल जाता है तेरे ज़िक्र से.. अजब सी कशिश महसूस होती है तेरी फ़िक्र से.. अरमान दिल के मचलने से लगते है तेरे ज़िक्र से. ज़ेहन ख़ौफ़ज़दा सा हो…

Best of Sukhan : March 5, 2017

Mehfil-e-Sukhan : March 5, 2017 Mentor : Koshish Ghazal Selected Two Ghazals Best of Swalekh – Entry #1 Writer : Supriya @SacredHeartSip ज़िन्दगी को मेरी मुझको ज़िन्दगी की आदत है शिक़वा, ग़िला न मुहब्बत, फ़क़त रवायत है एक शाम थी जो ताकती थी कभी राह मेरी कुछ दिनों से उसने भी करी मुझसे बगावत है…

Week 22 : बंधन

भैया और बहना का प्यार देखो..
कहानियों में राखी का त्यौहार देखो..